ब्लैकसीड, जिसे कलौंजी भी कहा जाता है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है जिसका उपयोग प्राचीन काल से ही विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इसका वैज्ञानिक नाम निगेला सैटिवा (Nigella sativa) है। कलौंजी के बीज छोटे और काले होते हैं और इनमें कई ज़बरदस्त स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं।
इस ब्लॉग में आगे हम ब्लैकसीड (कलौंजी) के 11 अमेज़िंग व हैरान करने वाले फ़ायदों के बारे में जानेंगे। लेकिन पहले ब्लैकसीड के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व को जान लेते हैं।
ब्लैकसीड न केवल आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, बल्कि कई धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं में भी इसका उल्लेख मिलता है। ब्लैकसीड का बहुत प्राचीन इतिहास रहा है।ब्लैकसीड का उपयोग हजारों सालों से विभिन्न सभ्यताओं द्वारा किया जा रहा है। इसे मिस्र के फिरौन तूतनखामेन की कब्र में भी पाया गया था, जो इसके प्राचीन महत्व को दर्शाता है।
इस्लाम धर्म के पवित्र ग्रंथ कुरान में भी कलौंजी का उल्लेख है। हदीस के अनुसार, पैगंबर मुहम्मद ने कहा था कि "ब्लैकसीड में मृत्यु को छोड़कर हर बीमारी का इलाज है।"
ब्लैकसीड का उपयोग सिर्फ औषधीय ही नहीं, बल्कि मसाले के रूप में भी खुब किया जाता है। इसे ब्रेड, पेस्ट्री और कई भारतीय व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
ब्लैकसीड (कलौंजी) के 11 हैरान करने वाले फायदे
1. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है
ब्लैकसीड में थाइमोक्विनोन (Thymoquinone) नामक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह शरीर को विभिन्न प्रकार के संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। नियमित रूप से ब्लैकसीड के सेवन से सर्दी, खांसी, और जुकाम जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
2. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
इंफ़्लेमेशन आज के ज़्यादातर बीमारियों का मूल कारण है। ब्लैकसीड में ख़ास एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में इंफ़्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं। यह गुण गठिया, अस्थमा, और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों के इलाज में उपयोगी होता है। ब्लैकसीड का तेल या इसके बीजों का सेवन करने से जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है।
3. पाचन तंत्र को सुधारता है
ब्लैकसीड का सेवन पाचन तंत्र के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। यह अपच, गैस, और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। ब्लैकसीड या कलौंजी नियमित रूप से लेने से पाचन शक्ति में जबदस्त सुधार होता है और पेट की समस्याओं से राहत मिलती है। पाइल्ज़ या बवासीर के लिए ब्लैकसीड एक नेचुरल रेमेडी है। इसके एंटी-इनफ़्लेमेट्री गुण इंफ़्लेमेशन कम करते हैं, दर्द में राहत देते हैं और पाइल-मास को घटाने में मदद करते हैं।
4. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है
ब्लैकसीड का सेवन उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ बनाए रखते हैं और रक्तचाप को सामान्य स्तर पर बनाए रखते हैं। नियमित रूप से ब्लैकसीड का सेवन करने से हृदय रोगों का खतरा भी कम होता है।
5. डायबीटीज़ को नियंत्रित करता है
ब्लैकसीड का सेवन मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। इसमें उपस्थित तत्व रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। सुबह खाली पेट ब्लैकसीड का सेवन करने से इंसुलिन के स्तर में सुधार होता है और मधुमेह के लक्षणों में राहत मिलती है।
6. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
ब्लैकसीड का तेल त्वचा और बालों के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो त्वचा के संक्रमणों को रोकते हैं और बालों के झड़ने को कम करते हैं। ब्लैकसीड का तेल बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है और उन्हें चमकदार और स्वस्थ बनाता है।
7. वजन घटाने में सहायक
ब्लैकसीड का सेवन वजन घटाने में भी मदद करता है। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और शरीर की वसा को कम करने में मदद करता है। ब्लैकसीड का सेवन करने से भूख कम लगती है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।
8. याददाश्त में सुधार करता है
ब्लैकसीड का सेवन मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और याददाश्त में सुधार करता है। ब्लैकसीड का नियमित सेवन करने से तनाव और चिंता को कम करने में मदद मिलती है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
9. कैंसर से बचाव
ब्लैकसीड में कैंसररोधी गुण भी होते हैं। इसमें उपस्थित थाइमोक्विनोन तत्व कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करता है। ब्लैकसीड का सेवन विभिन्न प्रकार के कैंसर, जैसे कि स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, और कोलन कैंसर से बचाव करने में सहायक होता है।
10. हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है
ब्लैकसीड का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही लाभकारी होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हृदय की धमनियों को स्वस्थ बनाए रखते हैं और रक्त संचार को सुधारते हैं। इससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है और हृदय स्वस्थ रहता है।
11. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
ब्लैकसीड के बीजों में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर को फ्री-रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट एजिंग या उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं और आपके कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। साथ ही ये आपके ओक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी नियंत्रित करते हैं जिससे आप बीमारियों से बचे रहते हैं।
एंटी-एजिंग और ब्यूटी के लिए है ब्लैकसीड बड़े काम की चीज़
ब्लैकसीड में कई एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और त्वचा को युवा बनाए रखने में मदद करते हैं।
एक तो ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है – जिसमें प्रमुख है थाइमोक्विनोन। यह आपके बॉडी में में फ्री-रेडिकल्स को निष्क्रिय करता है, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और एजिंग को तेज करते हैं। फ्री-रेडिकल्स के प्रभाव को कम करके, ब्लैकसीड त्वचा की युवा दिखने में मदद करती है।
ब्लैकसीड त्वचा की मरम्मत और पुनर्निर्माण में बड़ा मददगार है। क्योंकि इसमें होते हैं - विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी, जो त्वचा की मरम्मत और पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये विटामिन त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करते हैं और उन्हें स्वस्थ बनाए रखते हैं, जिससे झुर्रियां और महीन रेखाएं कम होती हैं।
ब्लैकसीड आपके त्वचा में हाइड्रेशन और नमी बनाए रखता है। ब्लैकसीड त्वचा को मॉइस्चराइज करने में मदद करता है, जिससे त्वचा नरम और मुलायम बनी रहती है। उचित हाइड्रेशन से त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है और त्वचा का लचीलापन बना रहता है।
ब्लैकसीड आपके बॉडी में कोलेजन के उत्पादन में सुधार लाता है। कोलेजन एक प्रमुख प्रोटीन है जो त्वचा को ताकत और लचीलापन प्रदान करता है। बढ़ती उम्र के साथ, कोलेजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे त्वचा ढीली और झुर्रियों वाली हो जाती है।
कैसे करें ब्लैकसीड (कलौंजी) का सेवन?
कलौंजी, या काले बीज, का सेवन विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है ताकि इसके स्वास्थ्य लाभों का अधिकतम फायदा उठाया जा सके। यहां कुछ प्रमुख तरीके दिए गए हैं जिनसे आप कलौंजी का सेवन कर सकते हैं:
एक तो आप ब्लैकसीड के कच्चे बीजों का सेवन कर सकते हैं। कलौंजी के कच्चे बीजों का प्रतिदिन एक चम्मच सेवन करना बहुत ही लाभकारी होता है। आप इन्हें सीधे निगल सकते हैं या फिर थोड़े से पानी के साथ ले सकते हैं। बीजों को अपने दैनिक भोजन में भी शामिल कर सकते हैं। आप ब्लैकसीड के बीजों को रातभर पानी में भिगो दें और सुबह उस पानी को पिएं। कलौंजी के बीजों को शहद के साथ मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं। इसे सलाद, दही, सूप, या किसी भी सब्जी में मिलाकर खा सकते हैं। ब्लैकसीड के बीजों को चाय के रूप में भी ले सकते हैं। इसके लिए, एक कप गर्म पानी में एक चम्मच कलौंजी के बीज डालें और कुछ मिनटों तक उबालें। इसे छानकर पी लें।
दूसरा तरीक़ा है ब्लैकसीड का तेल क्योंकि सारे विशेष औषधीय गुण इसके तेल में ही होते हैं। कलौंजी का तेल बहुत फायदेमंद होता है। आप इसे सीधे एक चम्मच सुबह खाली पेट ले सकते हैं।
उपर दिए गए दोनों तरीक़ों में दिक़्क़त ये है कि आज के शहरी और व्यस्त ज़िंदगी में वो सब हर दिन सम्भव नहीं हो पता है और आप ब्लैकसीड के बेशुमार फ़ायदों से वंचित रह जाते हैं।
इसका उपाय है – गोयंग का ब्लैकसीड ओईल सॉफ़्टजेल कैप्सूल जो बना है प्योर और कोल्ड-प्रेस्ड प्रिमियम ब्लैकसीड ओईल से। ये है बिल्कुल कॉन्सेंट्रेट फ़ॉर्म में ताकि एक कैप्सूल के अंदर आपको मिले उतने ब्लैकसीड का बेनेफिट। इसे हर दिन लेना बिल्कुल सरल और सुविधाजनक है - और किफ़ायती भी।
ब्लैकसीड या कलौंजी के अनगिनत स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसके नियमित सेवन से विभिन्न बीमारियों से बचाव किया जा सकता है और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। हालाँकि, किसी भी औषधीय पौधे का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण होता है, ताकि उसके संभावित दुष्प्रभावों से बचा जा सके। कलौंजी का सेवन सही मात्रा में और सही तरीके से करने से इसके अद्भुत स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
By Dr Rajesh Singh