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क्यों इतना बढ़ रहा है - लिक्विड क्लोरोफिल का क्रेज़? Myth या Fact ?

क्यों इतना बढ़ रहा है - लिक्विड क्लोरोफिल का क्रेज़? Myth या Fact ?

वेलनेस और हेल्थ के लिए लगभग हर जगह अब क्लोरोफिल की चर्चा होती है। लिक्विड क्लोरोफिल अब दुनिया भर में एक नया क्रेज़ बनता जा रहा है। आप अक्सर लोगों को यह कहते हुए पाएंगे कि क्लोरोफिल से उनकी त्वचा साफ हो गई है या इंफ़्लेमेशन कम हो गया है या वजन कम करने में मदद मिली है इत्यादि।

कितना क्रेज़ है – इसका अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि नेट पर क्लोरोफिल हैशटैग को 97 मिलियन से अधिक बार देखा गया है। न्यूट्रीशन बिजनेस जर्नल के अनुसार, सिर्फ़ अमेरिका में लोग क्लोरोफिल सप्पलेमेंटेशन पर सालाना क़रीब 7.8 मिलियन डॉलर खर्च कर रहे हैं। तो आइए इस ब्लॉग में अच्छी तरह से समझते हैं इस क्लोरोफिल को।

आख़िर क्या है ये क्लोरोफिल?
क्लोरोफिल एक हरा पिगमेंट है जो पौधों में पाया जाता है। यह प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जहाँ यह सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करके ऊर्जा का उत्पादन करता है। यह पौधों को हरा रंग भी देता है और ऑक्सीजन का उत्पादन करता है।
क्लोरोफिल मैग्नीशियम से भरपूर है, जो स्वस्थ हड्डियों और स्वस्थ मांसपेशियों की संरचना के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, क्लोरोफिल में कैल्शियम, विटामिन K, विटामिन C और आयरन जैसे अन्य मिनरल्स होते हैं।
क्लोरोफिल में अल्कलाइन या क्षारीय गुण होते हैं क्योंकि यह शरीर के पीएच स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। प्राकृतिक रूप से क्लोरोफिल एक अल्कलाइन पदार्थ है जो विखनिजीकरण (demineralization) के प्रति आपके रेजिसटेंस को बढ़ाता है

क्लोरोफिल और हीमोग्लोबिन में है अजीबोग़रीब समानता
जैसा कि हम सब जानते हैं - क्लोरोफिल किसी भी पौधे के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रकाश संश्लेषण व ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया इसी से होती है। क्लोरोफिल के बिना पौधे जीवित नहीं रह सकते। 

ठीक उसी तरह, हीमोग्लोबिन मानव जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन पहुँचाता है, कार्बन डाइऑक्साइड का निष्कासन करता है, ऊर्जा उत्पादन करता है और हमें जीवित रखता है।

महत्व के मामले में क्लोरोफिल और हीमोग्लोबिन में ये समानता तो है ही लेकिन आप प्रकृति की एक अद्भुत लीला देखिए कि क्लोरोफिल और मानव हेमोग्लोबिन के एटोमिक स्ट्रक्चर भी लगभग एक जैसे हैं। इनकी समानताएँ उनके कार्यों और संरचनाओं में स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं। दोनों ही एटोमिक गैसों के साथ बंध सकते हैं - क्लोरोफिल प्रकाश ऊर्जा के रूप में, और हेमोग्लोबिन ऑक्सीजन के रूप में।

जैसे क्लोरोफिल पौधों में प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है, वैसे ही हेमोग्लोबिन रक्त में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है। जब यह फेफड़ों में ऑक्सीजन के साथ बंधता है, तो यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन पहुँचाता है। फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है कि इसके साइक्लिक संरचना या पोरफाइरिन रिंग में क्लोरोफिल का मुख्य घटक मैग्नीशियम होता है, जबकि हेमोग्लोबिन में आयरन होता है।

इसीलिए पौधों के साथ-साथ, यह क्लोरोफिल मानव शरीर के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। शरीर में, एक बार अवशोषित होने के बाद, यह हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और इसलिए रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को साफ करने में मदद करता है और यह सुनिश्चित करता है कि वे प्रभावी ढंग से डिटॉक्स हो जाएं। और इसे बड़े आसानी से लिक्विड क्लोरोफिल के रूप में लिया जा सकता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे क्लोरोफिल के 9 साइन्स बैक्ड हेल्थ बेनेफ़िट्स और साथ ही जानेंगे नियमित रूप से क्लोरोफिल लेने का सबसे आसान व किफ़ायती तरीक़ा।

क्लोरोफिल के 9 साइन्स बैक्ड हेल्थ बेनेफ़िट्स :

1. नैचुरल डिटॉक्सिफिकेशन
हरी पत्तियों में पाया जाने वाला क्लोरोफिल, हमारे शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह रक्त के प्रवाह को शुद्ध करने में मदद करता है, टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और लिवर के कार्य को सुधारता है। क्लोरोफिल एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो फ्री रैडिकल्स को बेअसर कर स्वस्थ कोशिकाओं की रक्षा करता है। यह हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। इसके अलावा, यह शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में मदद करता है, जिससे समग्र स्वास्थ्य में सुधार होता है।

2. इम्यूनिटी बूस्टिंग
क्लोरोफिल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो शरीर को मुक्त कणों से बचाता है और इनफ़्लेमेशन को कम करता है। क्लोरोफिल में मौजूद पोषक तत्व जैसे विटामिन और मिनरल, प्रतिरक्षा कोशिकाओं के निर्माण और उनके कार्य में सुधार करते हैं। यह शरीर में हेमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है। इसके अलावा, क्लोरोफिल आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर अच्छे बैक्टीरिया के विकास को प्रोत्साहित करता है, जो समग्र स्वास्थ्य को सुधारता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

3. हीमोग्लोबिन व रक्त निर्माण
क्लोरोफिल को ब्लड बिल्डिंग के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसकी रासायनिक संरचना हीमोग्लोबिन के समान होती है, जो रक्त में ऑक्सीजन ले जाने का कार्य करता है। क्लोरोफिल शरीर में आयरन का अवशोषण बढ़ाने में मदद करता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक है। यह न केवल हेमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है, बल्कि शरीर में ऊर्जा के स्तर को भी सुधारता है। इसके अलावा, क्लोरोफिल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो रक्त को शुद्ध करने में मदद करते हैं, जिससे संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है और रक्त निर्माण प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है।

4. ग्लोइंग व रैडियेंट त्वचा
क्लोरोफिल त्वचा को चमकदार और दीप्तिमान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो त्वचा को फ्री रैडिकल्स से बचाते हैं और उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करते हैं। क्लोरोफिल रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे त्वचा में अधिक ऑक्सीजन और न्युट्रीयेंट्स तत्व पहुंचते हैं। यह इनफ़्लेमेशन को कम करता है और त्वचा को निखारता है। इसके अलावा, क्लोरोफिल त्वचा की नमी बनाए रखने में मदद करता है, जिससे त्वचा स्वस्थ और ताजा दिखाई देती है।

5. एंटी-एजिंग में प्रभावी
क्लोरोफिल एंटी-एजिंग के लिए एक प्रभावी उपाय माना जाता है। इसका मुख्य कारण इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण है, जो फ्री रैडिकल्स से लड़कर त्वचा की कोशिकाओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं और असमय उम्र बढ़ने से बचाते हैं। दूसरा कारण है कि क्लोरोफिल बॉडी में कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे त्वचा की लचीलापन में सुधार होता है। साथ ही इससे झुर्रियों और बुढ़ापे के अन्य लक्षणों को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, यह त्वचा के रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे त्वचा ताजगी और चमक बनाए रखती है। नियमित सेवन से त्वचा युवा और स्वस्थ दिखाई देती है।

6. वजन नियंत्रण में सहायक
क्लोरोफिल वजन घटाने में मदद करता है - कई तरीकों से। यह भूख को कम करता है, जिससे कैलोरी का सेवन नियंत्रित रहता है। क्लोरोफिल पाचन तंत्र को सुधारता है और शरीर से टॉक्सिन्स को फ़्लश आउट करता है, जिससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है। यह ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है, जिससे शारीरिक गतिविधि में वृद्धि होती है। क्लोरोफिल का सेवन करने से फैट को ऊर्जा में बदलने में सहायता मिलती है, जिससे वजन कम होता है। इसके अलावा, यह शरीर में वाटर-बैलेंस बनाए रखता है, जिससे ताजगी महसूस होती है और वजन घटाने की प्रक्रिया में सहायक होता है।

7. बॉडी-ओडर से निजात
क्लोरोफिल शरीर की दुर्गंध को न्यूट्रलाइज करने में मदद करता है। इसमें प्राकृतिक डीओडराइजिंग गुण होते हैं, जो शरीर के अंदर से निकलने वाली दुर्गंध को कम करते हैं। चूँकि यह पाचन को सुधारता है, जिससे आंतों में टॉक्सिन्स का निर्माण कम होता है, जो अक्सर दुर्गंध का कारण बनते हैं। क्लोरोफिल रक्त प्रवाह को भी शुद्ध करता है, जिससे त्वचा और पसीने की ग्रंथियों से निकलने वाले तत्वों की गुणवत्ता में सुधार होता है। इसके अलावा, यह शरीर के एसिड-बैलेंस को बनाए रखता है, जो दुर्गंध को नियंत्रित करने में सहायक होता है।

8. एनर्जी लेवल में सुधार
क्लोरोफिल कई तरीकों से ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। पहला तो यह रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे कोशिकाओं को अधिक ऊर्जा मिलती है। दूसरा - क्लोरोफिल न्युट्रीयेंट्स के अवशोषण को बेहतर बनाता है, जिससे हमारे शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्राप्त होती है। तीसरी बात यह कि यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे भोजन को ऊर्जा में तेजी से परिवर्तित किया जा सकता है। इसके अलावा, क्लोरोफिल शरीर में टॉक्सिन्स को हटाने में मदद करता है, जिससे थकान कम होती है। इसीलिए नियमित रूप से क्लोरोफिल का सेवन करने से ऊर्जा-स्तर में वृद्धि और ताजगी महसूस होती है, जिससे दैनिक गतिविधियों में सुधार होता है।

9. एंटी-कैंसर गुण
क्लोरोफिल में एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं, जो कैंसर से बचाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों से लड़ते हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं। क्लोरोफिल टॉक्सिन्स को बाहर करके शरीर की शुद्धता बढ़ाता है और इंफ़्लेमेशन को कम करता है, जो कई प्रकार के कैंसर से जुड़ी होती है। क्लोरोफिल का सेवन करने से कोशिकाओं की वृद्धि और विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसके नियमित उपयोग से स्वास्थ्य में सुधार और सुरक्षा मिलती है।

ये तो हुई क्लोरोफिल के बेशुमार गुणों की बात। अब सवाल उठता है कि कहाँ से प्राप्त करें ये क्लोरोफिल? और क्या है इसे लेने का सबसे आसान तरीक़ा?

क्लोरोफिल के अनेक स्त्रोत हैं। कुछ प्रमुख स्रोतों में हरी पत्तेदार सब्जियाँ, हर्ब्स, ब्रोकली, गाजर का हरा हिस्सा, चिया सीड और फ़्लैक्सीड शामिल हैं। लेकिन सही समय से तोड़ा गया नाज़ुक व्हीटग्रास, क्लोरोफिल का एक ज़बरदस्त स्त्रोत है।

व्हीटग्रास क्लोरोफिल से भरपूर होता है। व्हीटग्रास का जीवंत हरा रंग क्लोरोफिल से ही आता है। व्हीटग्रास में एंजाइम, अमीनो एसिड, विटामिन और मिनेरल्स होते हैं। इसके अलावा इसमें फ्लेवोनोइड, एल्कलॉइड और टैनिन भी होते हैं। इसीलिए व्हीटग्रास को लिक्विड क्लोरोफिल का सबसे बढ़िया स्त्रोत माना जाता है। व्हीटग्रास के ख़ास प्रॉसेस से तैयार किए गए लिक्विड कॉन्सेंट्रेट ड्रॉप्स को सप्पलेमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और वो होता है – प्योर लिक्विड क्लोरोफिल।

ऐसा ही एक बेहतरीन व 100% नैचुरल लिक्विड क्लोरोफिल सप्पलेमेंट है गोयंग का कलर-ओ-फ़िल - जो ड्रॉप्स के रूप में उपलब्ध है। छोटे से इस ड्रॉप के पैक को आप हमेशा आपने पास रख सकते हैं और बड़े आसानी से कभी भी अपने पीने के पानी में या किसी भी अन्य पेय में ले सकते हैं। हर दिन नैचुरल लिक्विड क्लोरोफिल लेने का बेहद आसान तरीक़ा है – ‘गोयंग का कलर-ओ-फ़िल’

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