आजकल स्वस्थ जीवनशैली और पोषण पर ध्यान देने का चलन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सुपरफूड्स की चर्चा हर जगह सुनाई दे रही है। इनमें से एक नाम जो तेजी से सुर्खियों में आया है, वह है मोरिंगा। यह एक ऐसा पौधा है, जिसे भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। आइए इस ब्लॉग में जानते हैं कि मोरिंगा को सुपरफूड क्यों माना जा रहा है और इसके अद्भुत लाभ क्या हैं।
क्या है ये मोरिंगा?
मोरिंगा को ‘ड्रमस्टिक’ या ‘मोरिंगा ओलिफेरा’ के नाम से भी जाना जाता है। हमारे देश के अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे – सहजन, शेवगा, सजिना, ड्राक्षा, मुरिंगा, मुरुंगैक्काई, शैबाली, मुनगकाया, शेघ्रा, मुनिघा इत्यादि। इन नामों से पता चलता है कि मोरिंगा भारतीय संस्कृति में कितना महत्वपूर्ण और कितने व्यापक रूप से पहचाना जाने वाला पौधा है। मोरिंगा को ट्री ऑफ़ लाइफ़ या विटामिन ट्री भी कहते हैं।
मोरिंगा का पेड़ लगभग हर जगह पाया जाता है। आप देश के किसी कोने में जायें आपको वहाँ ये मोरिंगा का पौधा मिल जाएगा। यह पौधा बहुत जल्दी और आसानी से उगता है और इसे ज़्यादा पानी या केयर की ज़रूरत भी नहीं होती। इसकी तेजी से बढ़ने की क्षमता और कठोर जलवायु में जीवित रहने की योग्यता इसे एक अनुकूलित पौधा बनाती है। यह विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में विकसित होता है। इसीलिए यह भारत, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के कई हिस्सों में भरपूर मात्रा में दिखाई देता है।
मोरिंगा एक बहुउपयोगी पौधा है। इसका लगभग हर हिस्सा - पत्तियाँ, फूल, पौड, फल, जड़ और बीज सब के सब न्युट्रीयेंट्स व औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।
क्यों है मोरिंगा है न्युट्रीयेंट्स का खजाना?
मोरिंगा की पत्तियों में अद्वितीय पोषण तत्व होते हैं। इसमें प्रोटीन, विटामिन (जैसे A, C, E), और खनिज (जैसे कैल्शियम, आयरन, और पोटेशियम) की प्रचुर मात्रा होती है।
मोरिंगा की पत्तियाँ प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत हैं। लगभग 30% प्रोटीन इसकी पत्तियों में मौजूद होता है, जिससे यह शाकाहारियों के लिए एक अद्भुत विकल्प है।
मोरिंगा की पत्तियों में विटामिन A, C, और E जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसमें क्वेरसेटिन, क्लोरोजेनिक एसिड, और ब्रोमोलेन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स उच्च मात्रा में होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही, इसमें कैल्शियम और आयरन की भरपूर मात्रा है, जो हड्डियों और रक्त निर्माण के लिए आवश्यक हैं।
मोरिंगा में क़रीब 92 न्युट्रीयेंट्स, 46 एंटी-ऑक्डेंट्स, ओमेगा 3-6-9 और विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं। दरसल, मोरिंगा कई विटामिन और खनिजों का एक उत्कृष्ट स्रोत है। इसमें है :
प्रोटीन: 2 ग्राम
विटामिन बी6: आरडीए का 19%
विटामिन सी: आरडीए का 12%
आयरन: आरडीए का 11%
राइबोफ्लेविन (बी2): आरडीए का 11%
विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन से): आरडीए का 9%
मैग्नीशियम: आरडीए का 8%
आप यह जानकर चकित होंगे कि मोरिंगा में पालक से 25 गुना ज़्यादा आयरन होता है, दूध से 17 गुना ज़्यादा कैल्सीयम होता है, गाजर से 10 गुना ज़्यादा विटामिन A होता है, व्हीट-ग्रास से भी 4 गुना ज़्यादा क्लोरोफ़िल होता है, केले से भी 15 गुना ज़्यादा पोटैशियम होता है। और यही कारण है कि इसे अगला सुपर-फ़ूड कहा जा रहा है।
मोरिंगा के 7 अद्भुत हेल्थ बेनेफ़िट्स
मोरिंगा न केवल पोषण का स्रोत है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे मोरिंगा के ऐसे 7 बेनेफ़िट्स जो साइन्स बैक्ड हैं।
1. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना
मोरिंगा के उच्च पोषण तत्व हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ़्लेमेट्री गुण हमारे शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। मोरिंगा के पत्तों में एंटी-इंफ़्लेमेट्री गुण होते हैं। इंफ़्लेमेशन हमारे शरीर में कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। नियमित रूप से मोरिंगा का सेवन करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में ज़बरदस्त सुधार हो सकता है।
2. शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण
मोरिंगा को एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है क्योंकि इसके पत्तियों, फलों और बीजों में विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जैसे - क्वेरसेटिन, क्लोरोजेनिक एसिड और कैम्पफेरोल। ये तत्व शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव का कारण बनते हैं। मोरिंगा रक्त में एंटीऑक्सीडेंट के स्तर को बढ़ा सकता है।
3. ब्लड शुगर नियंत्रण व डायबिटीज प्रबंधन
डायबिटीज के रोगियों के लिए मोरिंगा अत्यंत फायदेमंद हो सकता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि मोरिंगा रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाता है और आंतों में ग्लूकोज के अवशोषण को कम करता है। इसमें मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड ग्लूकोज के स्तर को संतुलित रखने में सहायक होता है।
4. इंफ़्लेमेशन घटाता है
इंफ़्लेमेशन वास्तव में संक्रमण या चोट के प्रति शरीर की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। यह बॉडी का एक ज़रूरी डीफेंस सिस्टम है। लेकिन अगर यह लंबे समय तक जारी रहता है तो यह एक स्वास्थ्य समस्या बन सकता है। निरंतर इंफ़्लेमेशन आज के ज़्यादातर बीमारियों का मूल कारण है।
मोरिंगा में ज़बरदस्त एंटी-इंफ़्लेमेट्री गुण होते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि मोरिंगा की पत्तियों, फलियों और बीजों में आइसोथियोसाइनेट्स नामक मुख्य एंटी-इंफ़्लेमेट्री कंपाउंड होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी इंफ़्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं।
5. कोलेस्ट्रोल का नियंत्रण
मोरिंगा कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक है क्योंकि इसमें घुलनशील फाइबर होता है, जो आँतों में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय स्वास्थ्य को सुधारते हैं और सूजन को कम करते हैं, जिससे खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर घटता है। नियमित सेवन से रक्तदाब नियंत्रित रहता है। मोरिंगा ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में भी मदद करता है, क्योंकि यह फ़ैट के अवशोषण को रोकता है और मेटाबोलिज्म को सुधारता है।
6. पेट के लिए फायदेमंद
मोरिंगा की पत्तियां पाचन के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। इसमें उच्च फाइबर कंटेंट होता है, जो हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज से राहत दिलाता है। इसके ख़ास एंटीऑक्सीडेंट गुण आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे पाचन सुधारता है। इसके सेवन से सूजन और पेट दर्द में भी कमी आती है। तो यदि आप कब्ज, सूजन, गैस की समस्या आदि से परेशान हैं, तो मोरिंगा आपके लिए दवा के रूप में काम कर सकती हैं।
7. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
मोरिंगा त्वचा और बालों के लिए अत्यंत फायदेमंद है। इसमें विटामिन A, C और E की भरपूर मात्रा होती है, जो त्वचा को निखारने और उसे सुरक्षित रखने में मदद करती है। मोरिंगा का सेवन त्वचा में नमी बनाए रखता है और मुंहासों को नियंत्रित करता है। बालों के लिए, मोरिंगा उनकी चमक बढ़ाने और मजबूती देने में मदद करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा और बालों को हानिकारक तत्वों से बचाते हैं, जिससे उनकी सेहत बनी रहती है।
मोरिंगा के सेवन का तरीक़ा
इस मोरिंगा के बेशुमार फ़ायदों के बारे में इतना सबकुछ जानने के बाद आप अब यह ज़रूर जानना चाहते होंगे कि - क्या है मोरिंगा के सेवन का सबसे आसान और किफ़ायती तरीक़ा?
मोरिंगा को अपने दैनिक आहार में शामिल करने के बहुत सारे तरीक़े हैं जैसे – आप मोरिंगा की पत्तियों को सलाद, सूप या चटनी में डाल सकते हैं। मोरिंगा की शब्जी बनाकर ले सकते हैं। इसका इस्तेमाल आप साम्भर या अन्य खाद्य पदार्थों में मिलाकर खा सकते हैं। मोरिंगा की चाय भी आप ले सकते हैं। लेकिन इन सब तरीक़ों में आप मोरिंगा की एक तो सही मात्रा शायद नहीं ले पायेंगे और साथ ही आप जो भी लेंगे वो या तो मोरिंगा की पत्ती होगी या फल या बीज। लेकिन इस प्रकार आप मोरिंगा के अन्य सम्पूर्ण हेल्थ बेनेफ़िट्स से वंचित रह जाते हैं जो मोरिंगा के रूट-बार्क या उसके हर पार्ट से मिल सकता है। तो फिर क्या है सही तरीक़ा?
इसीलिए, मोरिंगा को हर दिन बड़े आसानी से लेने का सही तरीक़ा है – उसे सप्पलेमेंट के रूप में लेना। ऐसा सप्पलेमेंट जिसमें मोरिंगा के सभी पार्ट्स के इक्स्ट्रैक्ट्स सही मात्रा में हों – जैसे पत्ती, पौड, फल, फुल, बीज, रूट बार्क। और इसके लिए जो सबसे बढ़िया विकल्प है वो है – इसे कैप्सयूल के फ़ॉर्म में लेना। और ऐसा ही एक बेहतरीन कैप्सयूल फ़ॉर्म्युलेशन है – गोयंग का मोरिंगा जिसमें है फ़ायनेस्ट मोरिंगा इक्स्ट्रैक्ट्स और जो बना है इंटर्नैशनल क्वालिटी सर्टिफ़िकेशन के साथ।
तो इस ब्लॉग में आपने जाना कि मोरिंगा एक अद्भुत सुपरफूड है, जो न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। इसके पोषण संबंधी लाभ, एंटीऑक्सीडेंट गुण, और औषधीय उपयोग इसे एक विशेष स्थान देते हैं। यदि आप भी स्वस्थ और निरोगी रहना चाहते हैं, तो मोरिंगा को अपने आहार में ज़रूर शामिल करें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें। गोयंग का मोरिंगा कैप्सयूल इसके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
Written By : Dr Rajesh Singh