हल्दी हमारे देश में शायद सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला पीले रंग का का एक मसाला है जिसका इस्तेमाल हमारे घरों में बनने वाले खाने में अमूमन तौर पर किया जाता है। मसाले के अलावा इसके कई इस्तेमाल होते हैं जैसे हल्दी का इस्तेमाल दूध में डालकर भी किया जाता है जिसे गोल्डन मिल्क के नाम से भी जाना जाता है। हल्दी के बिना कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता।
हल्दी का इस्तेमाल पिछले 3000 हज़ार से भी अधिक सालों से किया जाता आ रहा है। हल्दी को हमेशा से स्वास्थ्य व सौंदर्य के लिए बेहद गुणकारी माना जाता है। इस हल्दी के अंदर जो मुख्य एक्टिव कंपाउंड पाया जाता है उसका नाम है – करक्यूमिन।
क्या है ये करक्यूमिन?
करक्यूमिन एक नैचुरल कंपाउंड या प्राकृतिक यौगिक है जो हल्दी में पाया जाता है। करक्यूमिन हल्दी का मुख्य सक्रिय घटक है जो हल्दी को उसकी चमकदार पीली रंगत देता है। करक्यूमिन का स्वाद भी हल्का कड़वा होता है।
हल्दी में आमतौर पर वजन के हिसाब से लगभग 2% से 5% करक्यूमिन होता है। यह प्रतिशत हल्दी की गुणवत्ता और प्रोसेसिंग के हिसाब से थोड़ा कम-ज़्यादा हो सकता है। इसका मतलब ये हुआ कि यदि आप एक कटोरी या क़रीब 100 ग्राम हल्दी पाउडर लेंगे तो उसमें सिर्फ़ आधा चम्मच या अधिकतम 5 ग्राम तक ही करक्यूमिन मिलेगा।
अब करक्यूमिन के साथ एक समस्या ये है कि वह हमारे शरीर में पूरी तरह से अवशोषित नहीं हो पाती है। इसके तीन कारण हैं। एक तो यह पानी में घुलता नहीं है, इसलिए यह आसानी से शरीर द्वारा अवशोषित नहीं होता है। दूसरा कारण है कि हमारा शरीर करक्यूमिन को तेजी से मेटाबोलाइज करता है, जिससे इसका प्रभावी स्तर कम हो जाता है। और तीसरा कारण है इसकी बायोअवेलिबिलिटी – मतलब करक्यूमिन की शरीर द्वारा उपयोग की जाने वाली मात्रा कम होती है, जिससे इसका असर सीमित होता है। इसकी बायोअवेलिबिलिटी को बढ़ाने के लिए कालीमिर्च से मिलने वाला पाइपेरिन का प्रयोग किया जाता है।
करक्यूमिन एक तरह का पॉलीफेनोलिक कंपाउंड है, जो कैरेटेनॉइड्स परिवार से संबंधित है। इसकी संरचना में ऐसे कुछ ख़ास सक्रिय तत्व होते हैं, जो हमारे हेल्थ के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।
चलिए जानते हैं करक्यूमिन के टॉप-5 अमेज़िंग हेल्थ बेनेफ़िट्स
1. इंफ़्लेमेशन कम करने में सहायक
करक्यूमिन की सबसे प्रमुख विशेषता है - उसका एंटी-इंफ़्लेमेट्री गुण। इंफ़्लेमेशन कई बीमारियों का मूल कारण होता है – डायबीटीज़, कैंसर से लेकर गठिया और दिल की बीमारियों तक सब इंफ़्लेमेशन से हो सकते हैं। करक्यूमिन हमारे शरीर में इंफ़्लेमेशन को कम करने में मदद करता है और बॉडी की सामान्य कार्यप्रणाली को बनाए रखता है।
एक्यूट और क्रोनिक दोनों तरह के इंफ़्लेमेशन में करक्यूमिन काफ़ी कारगर होता है। यह टीएनएफ-ए जैसे इंफ़्लेमेट्री मेडिएटर्स के रिलीज़ को रोकता है। इसीलिए आपने हमेशा देखा होगा कि चोट लगने पर या सूजन होने पर अक्सर हल्दी का लेप लगाया जाता है
2. कैंसर की रोकथाम में प्रभावी
करक्यूमिन ट्यूमर सेल्स के विकास को धीमा करता है और कैंसर की वृद्धि को नियंत्रित कर सकता है। करक्यूमिन का नियमित सेवन डीएनए की सुरक्षा में भी मददगार हो सकता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को हानिकारक मुक्त कणों से बचाने में सहायक होते हैं, जो कैंसर जैसे गंभीर रोगों के विकास को रोक सकते हैं।
करक्यूमिन को एंटी-कैंसर गुणों के लिए जाना जाता है। यह विभिन्न तरीकों से कैंसर को रोकने और उसे नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। Curcumin कोशिका वृद्धि को नियंत्रित कर सकता है और कैंसर कोशिकाओं की मृत्यु (apoptosis) को प्रेरित कर सकता है। यह कैंसर कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को रोकने और उनकी मृत्यु को बढ़ावा देने में मदद करता है।
करक्यूमिन कुछ एंजाइमों को अवरुद्ध करता है जो कैंसर की वृद्धि में सहायक होते हैं। इसके अलावा करक्यूमिन डीएनए को क्षति से बचाने में मदद करता है।
3. हार्ट हेल्थ के लिए लाभकारी
करक्यूमिन हृदय स्वास्थ्य के लिए भी कमाल का चीज़ है। यह रक्त वाहिकाओं की दीवारों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। करक्यूमिन धमनियों के वासोडिलेशन (vasodilation) को बढ़ा सकता है, जिससे रक्तदाब (blood pressure) कम हो सकता है। यह हृदय पर तनाव को कम करके हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
करक्यूमिन हमारे दिल की मांसपेशियों की कार्यक्षमता को सुधारता है, धमनियों की दीवारों को मजबूत और स्वस्थ रखता है, जिससे प्लाक (plaque) के निर्माण को कम किया जा सकता है। इससे एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) और अन्य हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
इसके अलावा, करक्यूमिन हमारे कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है, खासकर LDL (low-density lipoprotein) कोलेस्ट्रॉल को कम करने में। जिससे हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है।
4. त्वचा के लिए ज़बरदस्त
स्किन-केयर के लिए तो हल्दी का जवाब नहीं। इसीलिए कॉस्मेटिक़ में इसका भरपूर इस्तेमाल होता है। करक्यूमिन हमारे त्वचा के लिए कई प्रकार से लाभकारी है।
एक तो यह एंटीऑक्सीडेंट है जो मुक्त कणों (free radicals) को निष्क्रिय करके हमारे त्वचा को नुकसान से बचाते हैं। यह त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है और चेहरे की त्वचा को चमकदार बनाता है।
दूसरी बात है कि एंटी-इंफ़्लेमेट्री गुणों के कारण यह एक्ने, झुर्रियों और त्वचा के अन्य समस्याओं के इलाज में सहायक होता है। त्वचा की मरम्मत और पुनर्जनन (regeneration) में भी मदद करता है। यह घावों, कटों और जलन के इलाज में मदद कर सकता है और त्वचा को जल्दी ठीक कर सकता है। करक्यूमिन में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया और कवक (fungus) को नियंत्रित करते हैं। इससे त्वचा की संक्रमण संबंधी समस्याओं को कम किया जा सकता है।
इसके अलावा यह महीन रेखाओं और झुर्रियों के गठन को कम करता है और त्वचा को ताजगी और युवा बनाए रखता है। त्वचा को नमी प्रदान करता है और सूखी त्वचा की समस्याओं को कम कर सकता है। इससे त्वचा नरम और हाइड्रेटेड रहती है। करक्यूमिन का उपयोग त्वचा की रंगत को निखारने और उसे स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
5. मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बनाए बेहतर
करक्यूमिन का प्रभाव केवल शारीरिक स्वास्थ्य तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। यह अवसाद और चिंता की समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है। करक्यूमिन मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामिन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे मूड को बेहतर बनाया जा सकता है और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ किया जा सकता है।
करक्यूमिन हमारे मस्तिष्क हार्मोन बीडीएनएफ - ब्रेन डिराइव्ड न्यूरो-ट्रॉफिक फैक्टर के स्तर को बढ़ाता है। यह बीडीएनएफ नए मस्तिष्क न्यूरॉन्स की वृद्धि को बढ़ाता है और आपके मस्तिष्क में विभिन्न अपक्षयी प्रक्रियाओं से लड़ने में मदद करता है। और जो लोग करक्यूमिन लेते हैं उनमें बीडीएनएफ का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है।
इसीलिए, अल्जाइमर (भूलने का रोग) में भी करक्यूमिन बेहद फ़ायदेमंद हो सकता है। करक्यूमिन वास्तव में मस्तिष्क वाहिकाओं की सामान्य संरचना और कार्य को बनाए रखता है, जिससे माइटोकॉन्ड्रिया और अल्जाइमर जैसे रोगों का ख़तरा काम हो जाता है।
ये तो थे करक्यूमिन के टॉप-5 अमेज़िंग हेल्थ बेनेफ़िट्स। इसके अलावा करक्यूमिन डायबीटीज़, जोड़ों का दर्द, लिवर की समस्या, अल्सर, एलर्जी जैसे तमाम बीमारियों पर बहुत फ़ायदेमंद होता है। लेकिन ये सारे गुण हल्दी में पाए जाने वाले ‘करक्यूमिन’ में हैं इसलिए सिर्फ़ हल्दी लेने का बहुत फ़ायदा नहीं।अब सवाल ये उठता है कि इतने ज़्यादा गुणकारी इस करक्यूमिन को प्राप्त करने का सही तरीक़ा क्या है?
एक बात तो बिल्कुल स्पष्ट है कि सिर्फ़ साधारण हल्दी का सेवन करके करक्यूमिन की शरीर के लिए ज़रूरी मात्रा शायद ही प्राप्त की जा सकती है। इसका कारण है कि हल्दी में करक्यूमिन की मात्रा बहुत कम (क़रीब 2-5%) होती है। इसका मतलब ये हुआ कि 5gm करक्यूमिन के लिए आपको क़रीब 100gm हल्दी खानी पड़ेगी जो कि शायद संभव नहीं है। ऐसे में अगर आपको करक्यूमिन का सीधा सेवन करना है तो आपको सप्लीमेंट का इस्तेमाल करना चाहिए।
ऐसे ही दो बेहतरीन सप्पलेमेंट है जिससे आप पा सकते हैं शुद्ध करक्यूमिन – हर दिन वो भी सुविधाजनक और बेहद किफ़ायती तरीक़े से। एक है गोयंग का करक्यूमिन कैपस्युल जिसमें है बायोपेरिन ताकि इसकी बायो-अवैलिबिलिटी को सुनिश्चित किया जा सके। दूसरा बेहतरीन सप्पलेमेंट है - गोयंग का क्योर-क्यू-माइन ड्राप्स। इसकी कुछ बूँदें आप अपने पीने के पानी में मिला कर आसानी से कही भी कभी भी ले सकते हैं।
हल्दी और करक्यूमिन को चाहे आप सप्पलेमेंट के रूप में लें या इसे मिल्क लाट्टे में या फिर अपने करी या सूप में – आपको हल्दी के बारे में ये 5 दिलचस्प बातें ज़रूर जानने चाहिए जो आपके होश उड़ा देंगे और आपके करक्यूमिन के सेवन को बढ़ा देंगे!
1. हल्दी में 300 से अधिक प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले घटक होते हैं जिसमें बीटा-कैरोटीन, एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन सी), कैल्शियम, फ्लेवोनोइड्स, फाइबर, आयरन, नियासिन, पोटेशियम, जिंक इत्यादि शामिल हैं।
2. सौंदर्य और एंटी-एजिंग के लिए हल्दी बड़े काम की चीज़ है क्योंकि, करक्यूमिन एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है जो फ्री रैडिकल्स के हानिकारक प्रभावों से बचाता है।
3. सदियों से हल्दी को हार्ट और हेल्थ के लिए एक सुपरफूड माना गया है। एंडोथेलियल फ़ंक्शन को बढ़ाकर, करक्यूमिन हृदय रोग के जोखिम को घटाता है।
4. चीनी चिकित्सा पद्धति (TCM) में पाचन की गड़बड़ी और पेट की परेशानी के लिए करक्यूमिन का उपयोग किया जाता है।
5. भारत दुनिया की लगभग सारी हल्दी की फसल पैदा करता है और इसका 80% उपभोग करता है।
करक्यूमिन का सेवन अपनी दिनचर्या में ज़रूर शामिल करें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें। यदि आप स्वस्थ जीना चाहते हैं तो करक्यूमिन का उपयोग करके आप अपने शरीर और मन दोनों को स्वस्थ और बेहतर बनाये रख सकते हैं। और गोयंग के करक्यूमिन सप्लेमेंट्स के साथ अब ये है बिल्कुल आसान और किफ़ायती भी।
Written by Dr Rajesh Singh